पहले अपने शपथ ग्रहण समारोह पर नवाज शरीफ को बुला कर नरेंद्र मोदी ने न सिर्फ देश में बल्कि दुनिया में वाहवाही लूटी थी, लेकिन उसके कुछ महीने बाद जब विदेश सचिवों की तयशुदा मुलाकात का वक्त आया तो मुलाकात रद्द कर के सबको हैरान कर दिया। तो एसे में सवाल यह कि क्या बातचीत रद्द कर के भारत सरकार ने अलगाववादियों की अहमियत बढ़ा दी है? इंटरनेशनल एजेंडा में आज इसी मुद्दे पर चर्चा...