वड़ोदरा के एक सेवानिवृत्त मैकेनिकल इंजीनियर 74 वर्षीय सुधीर भावे, साइकिल चलाने के अपने जुनून से प्ररित होकर अनोखी साइकिल बनाते हैं. इस उम्र में भी वह रोजाना कम से कम 10 किमी पैदल चलते हैं और साइकिल चलाते हैं. सुधीर भावे की साइकिलें अपने अनोखे डिजाइन से सभी को मंत्रमुग्ध कर देती हैं.