राज्यसभा में सरकार को उस वक्त झटका लगा जब वो राष्ट्रपति के अभिभाषण का प्रस्ताव पास नहीं करा सकी। सरकार के पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है। सरकार 118 के मुकाबले 57 वोटों से हार गई। प्रधानमंत्री उस वक्त राज्यसभा में मौजूद थे। विपक्ष, सरकार से इस बात पर नाराज हो गई कि प्रधानमंत्री के भाषण के बाद विपक्ष के नेताओं को स्पष्टीकरण पूछने का मौका नहीं दिया गया।