आसनसोल की हिंसा में वहां के एक इमाम ने 10वीं की परीक्षा देकर लौट रहे अपने बेटे को खो दिया. इसे लेकर उनके समुदाय के लोगों में गुस्सा है लेकिन इमाम ने कहा कि अगर किसी ने बदला लेने की बात की तो वो मस्जिद और शहर छोड़कर चले जाएंगे. मौलाना इमादुल रशीदी ने कहा कि वो नहीं चाहते कि कोई और पिता अपने बेटे को खोए.