आईसीएमआर ने कोरोना को लेकर नई गाइडलाइंस जारी कर दी है. जिसमें एक बड़ा बदलाव करते हुए टेस्टिंग ऑन डिमांड को इजाजत दे दी है. यानि अब जो भी शख्स चाहे वो अपना कोरोना टेस्ट करवा सकता है. नई गाइडलाइंस के मुताबिक अगर व्यक्ति रैपिड एंटिजन टेस्ट (RAT) में पॉजिटिव आया तो उसे पॉजिटिव मान लिया जाएगा. इसके बाद आरटीपीआर टेस्ट होगा. RAT में नेगिटिव आया लेकिन लक्षण हुए तो फिर आरटी-पीसीआर होगा. भारत में पहले 10 लाख मामले 115 दिनों दर्ज किए गए थे. लेकिन 10 से 20 लाख केस 21 दिनों में हुए. 20 से 30 लाख 16 दिन में हुए और 30 से लाख केस पहुंचने में मात्र 13 दिन लगे.