यूं तो कई एनजीओ और फंडिंग एजेंसियों पर आईबी की रिपोर्ट में आरोप है कि वे देश के हितों के खिलाफ काम कर रहे हैं, लेकिन अमेरिकी फंडिंग एजेंसी क्लाइमेट वर्क्स, ग्रीनपीस को फंड देने को लेकर निशाने पर है। आरोप है कि इस पैसे का इस्तेमाल पावर प्लांट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हो रहा है। गौरतलब है कि क्लाइमेट वर्क्स की तरफ से कई सरकारी योजनाओं को पैसे दिए जा रहे हैं, जिसमें गुजरात सरकार की योजनाएं भी शामिल हैं।