देश की राजधानी दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव होने जा रहे हैं. दूसरे राज्यों की तरह राजधानी दिल्ली का अब अपना स्कूल शिक्षा बोर्ड होगा. दिल्ली कैबिनेट बोर्ड में इसको मंजूरी दी गई है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को इसका ऐलान किया है, कि दिल्ली का अपना शिक्षा बोर्ड होगा. ‘दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन’ को इसकी मंजूरी मिली है, और नए सत्र में नए बोर्ड के तहत पढ़ाई शुरू होगी. इसमें कट्टर देशभक्त बच्चे तैयार करना लक्ष्य है. रटने पर जोर नहीं होगा, समझने पर जोर होगा. बजट का 25 फीसदी खर्च शिक्षा पर किया जाएगा. नए बोर्ड के लिए एक गवर्निंग बॉडी होगी. गवर्निंग बॉडी में कई क्षेत्र के लोग शामिल होंगे. गवर्निंग बॉडी की अध्यक्षता शिक्षा मंत्री करेंगे. दिल्ली में कुल 2700 स्कूल हैं. इनमें से करीब 1 हजार स्कूल सरकारी हैं.