लॉकडाउन की वजह से इस बार ईद की नमाज़ मस्जिदों या ईदगाहों में नही पढ़ी जाएगी. घरों में आखिर ईद की नमाज़ कैसे पढ़ें ? इसका सही तरीक़ा क्या होगा ? जो अकेले हैं वो किस तरह नमाज़ पढ़ें ? बेंगलुरु के सिटी जामा मस्जिद के ख़ातिब और ईमाम मौलाना मक़सूद इमरान रशा-दी साहब ने बताया.