जी20 की बैठक के दौरान फैसला लिया गया कि भारत, पश्चिमी एशिया और यूरोप के बीच ऐतिहासिक इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा. ये इकोनॉमिक कोरिडोर न सिर्फ कई देशों को जोड़ेगा, बल्कि एशिया, पश्चिमी एशिया और यूरोप के बीच इकोनॉमिक ग्रोथ और डिजिटल कनेक्टिविटी को बढ़ाने में मदद करेगा.