अदाणी समूह को टारगेट करने के इरादे से हिंडनबर्ग की रिपोर्ट जब-जब आई है इसे लेकर सियासत गर्माई है. बार बार जेपीसी की मांग कांग्रेस की तरफ से हुई जबकि बीजेपी ही नहीं, तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन भी जेपीसी की मांग को निरर्थक मानते हैं. उनका मानना है कि जेपीसी की मांग का मतलब हुआ कि मामले को खटाई में डालना. यही बात विपक्ष के ही एक दिग्गज शरद पवार भी कह चुके हैं फिर भी कांग्रेस जेपीसी की मांग पर अड़ी है. विपक्ष की दूसरी पार्टियों को छोडिए, सुप्रीम कोर्ट तक सेबी की जांच पर भरोसा जता चुका है.