तेजी से बढ़ते शहर बढ़ती आबादी, सड़कों पर गाड़ियां आसमान में हवाई जहाज फैलती हुई आधुनिकता ने जिंदगी के लिए जरूरी साफ हवा , पानी , पेड़ जंगल को समेट दिया है नतीजा मौसम में तमाम तरह के बदलाव है जलवायू परिवर्तन अब किताब और सेमिनार में की जा रही चर्चा तक सीमित नहीं है, उसका असर साफ नजर आ रहा है. बढते तापमान से न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया भी त्राहिमाम कर रही है पारा कहीं 45 कहीं 50 तक पहुंच रहा हैहम क्या गलत कर रहे हैंऔर वो क्या चीजें है जो हमें करनी चाहिए ताकि धरती रहने लायक बनी रहे.