इसके कोई खास लक्षण नहीं हैं, आम तौर पर ये दर्द, बुखार और सुस्ती के साथ शुरू होता है, जिन्हें मां-बाप आम परेशानी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। भारत में हर साल 50 हजार बच्चे कैंसर की चपेट में आ जाते हैं। कैंसर का देर से पता लगने के चलते 70 प्रतिशत बच्चों की मौत हो जाती है।