कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि तीन चार साल से देख रहे हैं कि जब वोटिंग होती है. जब हम कोई भी वोटिंग दबाते हैं तो वोट जो है बीजेपी को जाता है. चाहे आप हाथी पर दबाएं या साइकिल पर लेकिन वह जाता फूल को ही है. कई जगह झगड़े हुए लेकिन चुनाव आयोग या चुनाव आयोग का कोई अधिकारी कभी भी राजनीतिक पार्टी को इस बात को लेकर कोई जवाब नहीं दे पाया कि ऐसा क्यों होता है. उन्होंने कहा कि हमनें यह तय किया कम समय होने की वजह से हम सिफारिश नहीं कर सकते हैं कि बैलेट पेपर हो चुनाव. लेकिन हम चाहते हैं कि ईवीएम में जितनी भी पारदर्शिता हो सकती है वह बरती जाए. हमनें मांग की है कि चाहे लोकसभा हो या विधानसभा तो इसमें 50 फीसदी वोट 100 फीसदी में से, वीवीएम से गिनना चाहिए और 50 फीसदी वोट पेपर ट्रॉयल से गिनना चाहिए. 50 फीसदी काउंटिंग ईवीएम से और 50 फीसदी को काउंट किया जाए उसके पेपर से. ताकि बाद में टैली वहीं की वहीं हो जाए.