केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने जासूसी मामले पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “एनएसओ इजरायली कंपनी है. पेगासस इसका प्रोडक्ट है. इस मामले में पेगासस ने इनकार किया है कि हमारे कस्टमर से इसका कनेक्शन नहीं है. इस मामले से हमारा कोई लेना-देना नहीं है.” उन्होंने कंपनी का हवाला देते हुए कहा कि, “भारत के अंदर अगर कहीं टैपिंग होती है या निगरानी की जाती तो वो अपराधियों, माओवादियों, आतंकवादियों से जुड़ा मामला होता है, उसमें सभी प्रोटोकॉल का पालने करते हुए कैबिनेट सेक्रेटरी के हस्ताक्षर और इसके अलावा और भी वरिष्ठ लोगों के हस्ताक्षर के बाद किया जाता है. कुल मिलाकर भारत को बदनाम करने की ये कोशिश है. इसलिए इस प्रयास के कारण आपके सामने होने चाहिए. सबसे पहले कहना चाहती हूं कि भारतीयों का डाटा गैर कानूनी तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है. इसी कारण भारत सरकार ने एक जेपीसी का गठन किया था.”