आमतौर पर आर्थिक रूप से कम विकसित देशों या विकासशील देशों को संदर्भित करने के लिए 'ग्लोबल साउथ' शब्द का इस्तेमाल होता है. ये देश खासकर एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में मौजूद हैं. इस शब्द का उपयोग पहली बार शीत युद्ध के दौरान किया गया था. ग्लोबल साउथ देशों के सामने मुख्य रूप से आर्थिक और सामाजित चुनौतियां हैं, जैसे गरीबी का बढ़ता स्तर, जनसंख्या बढ़ोतरी, कम इनकम, रहने के लिए जगह की कमी, शिक्षा के सीमित मौके, पर्याप्त स्वास्थ्य सिस्टम का न होना.