Indian Diplomacy: दुनिया अब दो हिस्सों में बंट चुकी है - अमीर 'ग्लोबल नॉर्थ' और विकासशील 'ग्लोबल साउथ'। एक तरफ अमेरिका है, तो दूसरी तरफ नेतृत्व की एक खाली जगह, जिसे चीन अपनी 'कर्ज़ वाली कूटनीति' (Debt Diplomacy) से भरना चाहता था। लेकिन वो नाकाम रहा। अब इस खाली जगह को भारत अपनी सम्मान और साझेदारी की नीति से भर रहा है, और दुनिया देख रही है।