डब्ल्यूएचओ ने अपनी एक स्टडी में कहा है कि अगर आप बूस्टर डोज लेंगे तो उसका नुकसान गरीब देशों को उठाना पड़ेगा. उन्होंने सभी देशों को ये राय दी है कि आप इस साल के अंत तक बूस्टर डोज ना दें. बूस्टर डोज दरअसल, दूसरी डोज के बाद तीसरी डोज दी जा रही है, उसे कह रहे हैं.