उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के कोड़िया गांव में रहने वाले गुलाब यादव रमजान के पवित्र महीने में रोज सुबह तड़के उठकर अपने मुस्लिम पड़ोसियों के घर जाते हैं. उन्हें सहरी के लिए जगाते हैं. गुलाब रोज रात में एक बजे घर से निकलते हैं. वो गांव में घर-घर जाकर सभी के घरों पर डंडा बजाकर और नाम लेकर पुकारते हैं कि उठो, सहरी का समय हो गया है. रोजा रखने वालों को सहरी के लिए जगाने के सिलसिले की शुरूआत गुलाब यादव के पिता ने 1975 में की थी. देखें पूरी रिपोर्ट...
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