फरवरी 2014 में एम्स में पड़े एक छापे से बात खुली की देश के सबसे बड़े मेडिकल संस्थान के सर्जरी विभाग में करोड़ों का घोटाला हो रहा है. घोटाला सर्जरी में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों की खरीद का था. उस घोटाले पर एफआईआर अब चार साल बाद हो पाई है. इस बीच सीबीआई सोई रही और सीवीसी ने तो मामले को बन्द करने की सिफारिश की.