वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2014 से पहले और उसके बाद की भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति की तुलना करते हुए एक 'श्वेत पत्र' जारी करने जा रही है. सरकार की तरफ से ये श्वेत पक्ष क्यों लाया जा रहा है, यहां विस्तार से समझिए.