किसान आंदोलन के बीच गाजीपुर बॉर्डर पर मोहन सिंह का लंगर लगातार चलता रहा. लेकिन अब आप देख रहे हैं कि गाजीपुर बॉर्डर से किसानों की धीरे-धीरे रवानगी हो रही है. लेकिन इस लंगर का ही असर रहा कि इतने दिनों तक किसान यहां पर बैठे रहे और उन्हें किसी भी तरह की खाने-पीने की दिक्कत नहीं हुई.