गाजीपुर बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर किसान कृषि कानूनों के खिलाफ तीन महीने के ज्यादा वक्त से धरना प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं. 22 जनवरी के बाद से सरकार के साथ कोई बातचीत नहीं हुई है. सच ये भी है कि किसानों की तादाद तीनों बॉर्डर पर घटी है. सर्दियों के मौसम से किसानों का यह आंदोलन शुरू हुआ था, अब गर्मी का वक्त आ चुका है. झुलसा देने वाली गर्मी पड़ने लगी है. तमाम मुश्किलें झेलते हुए किसान हजारों की तादाद में अलग-अलग जगहों पर डटे हुए हैं.