किसान आंदोलन के दौरान एक वक्त ऐसा आया था जब किसान नेता राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर इस आंदोलन को फिर से जिंदा किया था. जिसके बाद वह इस आंदोलन का सबसे बड़ा चेहरा बनकर उभरे. टिकैत ने कहा कि सरकारी मंडी में सरकार की रेट से कम पर बोली न लगे. उन्होंने कहा कि एमएसपी गारंटी, 750 शहीद किसानों के लिए मुआवजा और किसानों पर लगाए गए मुकदमों को वापस लेने की मांग की और कहा कि तभी आंदोलन वापस लिया जाएगा.