घुसपैठ को लेकर तरह तरह की धारणा बनाई गई. मीडिया ने भी और राजनीतिक दलों ने भी. किसी ने कहा एक करोड़ घुसपैठिए आ गए हैं. किसी ने कहा कि 40 लाख घुसपैठिये हैं. फिर असम के राज्यपाल एस के सिन्हा ने एक रिपोर्ट भेज दी, 1998 में और कहा कि अवैध घुसपैठियों से देश को खतरा है. जिसे जो मन में आया बगैर आधार के कहता गया और लोगों के मन में बात बिठा दी गई. नतीजा, असम पर एनआरसी के नाम पर इतनी बड़ी कवायद थोप दी गई. जब एनआरसी हुई तो 19 लाख संदिग्ध पाए गए वह भी अंतिम नहीं है. कहां करोड़ों का डर दिखाया गया कहां 19 लाख और इसमें से भी 14 लाख हिन्दू बताए जाते हैं. संविधान के जानकार फैजान मुस्तफा ने इस मुद्दे पर रवीश कुमार के साथ बातचीत की.