महाराष्ट्र के एडीजी-लॉ एंड ऑर्डर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि ये सभी लोग ओवरग्राउंड रहकर अंडरग्राउंड नक्सलियों की मदद करते थे. उन्होंने रोना विल्सन के कंप्यूटर बरामद रशियन ग्रेनेड लॉन्चर और दूसरे हथियारों का कैटलॉग दिखाते हुए कहा कि ये रोना विल्सन ने वरवर राव को भेजा था, क्योंकि हथियार खरीदने की ज़िम्मेदारी वरवर राव की थी. पुलिस ने ये भी दावा किया कि वरवर राव को हथियारों के लिए 8 करोड़ रुपये देने का भी ज़िक्र है.