आज कल की राजनीति में राय से ज़्यादा गाय महत्वपूर्ण हो गई है.भीड़ बनकर लोगों को मार भी दिया गया.गाय के लिए घोषणाएं ज़ोर-शोर से की जाती है.इसके बाद भी गायों की भलाई कितनी हो रही है यह आप गौ शालाओं में जाकर देखें.शहरों की योजना ऐसे बनती है कि गायों के चारागाह की ज़मीन नहीं छोड़ी जाती हैं.वे सड़क पर चलने और पॉलिथिन खाने के लिए मजबूर हैं.कमाल खान और आलोक पांडे की रिपोर्ट देखिए.यूपी की गायें आपकी राय जानना चाहती हैं.गायों की मौत से नाराज़ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आठ सरकारी अफ़सरों को सस्पेंड कर दिया है और गौशालाओं के इंतज़ामों को दुरुस्त करने का आदेश दिया है.राज्य सरकार क़रीब छह सौ करोड़ रुपए गौ सेवा के लिए खर्च करने का दावा कर रही है.