ये वो शिक्षक हैं जो शिक्षक होने की परीक्षा पास कर चुके हैं. लेकिन जिस दिन यानि 15 अक्तूबर को इनकी ज्वाइनिंग थी, उसके ठीक एक दिन पहले आदेश आता है कि ज्वाइनिग नहीं होगी क्योंकि केंदीय प्रशासनिक पंचाट ने नियुक्ति पर रोक लगा दी है. नार्मलाइज़ेशन की प्रक्रिया को चुनौती दी गई थी. चुनौती देने वाले छात्रों को लगता है कि ठीक हुआ है लेकिन जिनका नाम आ गया था, जिन्हें ज्वाइन करना था, उन्हें लगता है कि नाइंसाफी हुई है. इसलिए वे 15 अक्तूबर की सुबह से शाम तक दक्षिण दिल्ली नगर निगम के मुख्यालय के पास जमा हो गए. धरना दिया. क्या आपने सुना है कि टेक्सस में 4000 शिक्षकों की नियुक्ति होनी हो और एक दिन पहले स्टे लग जाए। यह भी सोचिए कि दिल्ली में जब एम सी डी के स्कूलों में 4000 शिक्षकों के पद खाली हैं तो क्लास रूम में क्या होता होगा. कोई और दौर होता तो सुबह से शाम तक यहां ओबी वैन लगा होता. शाम हो गई मगर ठोस जवाब नहीं मिला, शिक्षक फिर घर चले गए. शिक्षकों ने बताया कि फार्म तो 2016 में निकला था. 2017 में परीक्षा हुई मगर कैंसिल हो गई. दोबारा अक्तूबर 2018 में फार्म निकला. फरवरी 2019 में रिज़ल्ट आया. 15 अक्तूबर से ज्वाइनिंग होनी थी तो रोक दिया गया, अब आप सिडनी वालों से पूछ कर बताइये कि उनके यहां ऐसा होता है.