हैदराबाद के सेन्टर फ़ॉर सेलुलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी ने रिसर्च पाया कि भारत में मुख्य रूप से दो तरह के कोरोनावायरस की प्रजाति हैं. भारत में कोरोना के शुरुआती मामले वायरस की A3i प्रजाति की वजह से ही आये. शोध में शुरुआती संकेत मिले हैं ये वायरस ज़्यादा नुकसानदेह नहीं है. कोरोनावायरस की 6 प्रजाति भारत में पाई गई है. जीनोम सिक्वेंसिंग के आधार पर सबसे ज़्यादा 45% मौजूदगी वायरस के a2a प्रजाति की है. वहीं 41% a3i की. ये प्रजाति खासकर दक्षिण भारत के तमिलनाडु, तेलेंगाना जैसी जगहों पर ज़्यादा है.