दलितों पर हो रहे अत्याचार और तथाकथित गोरक्षकों की गुंडागर्दी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर सवाल उठ रहे हैं. विपक्षी पाटियां इसे देर से आया बयान बता रहीं हैं. वे ये भी कह रही है कि ये दलितों की सुरक्षा नहीं बल्कि वोट बैंक की चिंता में दिया गया बयान है.