कोरोना संकट के दौरान पिछले लगभग डेढ़ साल से स्कूली शिक्षा व्यवस्था थप्प सी है. पढ़ाई ऑनलाइन हो तो रही है, लेकिन उन गरीब बच्चों का क्या, जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है, कंप्यूटर नहीं है. असम की बात करें तो यहां ऐसे हजारों परिवार हैं, जो दो वक्त की रोजी-रोटी के लिए संघर्ष करते हैं, वो अगर स्मार्टफोन लाएं तो कहां से लाएं?