माता-पिता के लिए बच्चे हमेशा सबसे कीमती और संवेदनशील हिस्सा रहे हैं। पुराने समय में कहा जाता था कि बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं, जिन्हें मां-बाप कुम्हार की तरह सावधानी से गढ़ते हैं। हर गलत और हानिकारक चीज से उनकी रक्षा करते हैं। लेकिन समय के साथ पालन-पोषण का तरीका बदल गया है, और बच्चों को बचाने वाली "गलत चीजों" की सूची में अब स्मार्टफोन का नाम भी शामिल हो गया है। आज नवजात शिशुओं से लेकर नाबालिग बच्चों तक, स्मार्टफोन की पहुंच हर जगह है, और यह पहुंच दिन-ब-दिन खतरनाक होती जा रही है।