कोविड के दौरान बच्चों की शिक्षा इंटरनेट, ऑनलाइन क्लासेस पर ही निर्भर रही. शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल सिर्फ 22 प्रतिशत स्कूलों में इंटरनेट था. 30 प्रतिशत से कम स्कूलों में कम्प्यूटर था. 2019-20 में 12 प्रतिशत से भी कम स्कूलों में इंटरनेट था.