हर बीतते चुनाव के साथ राजनीति में भाषा का स्तर गिरता जा रहा है. आजम खान को ही ले लें. आजम खान अपने इस रवैये के लिए पहले सही जाने जाते हैं. लेकिन कोई पार्टी विशेष नहीं बल्कि हर पार्टी के नेता बदजुबानी करते हैं. लेकिन ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होती. क्या ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. मुकाबला में देखिए इसी मुद्दे पर विशेष चर्चा.