राजस्थान में कोरोना के कारण 500 से ज्यादा बच्चे अनाथ हो गए हैं लेकिन विडंबना यह है कि कई मामलों में माता-पिता के डेथ सर्टिफिकेट में मौत का कारण लिखा ही नहीं है. कई ऐसे बच्चे हैं जिनकी उम्र 18 साल से ज्यादा है और वे कॉलेज में हैं. सवाल यह है कि ऐसे बच्चे अनाथ की श्रेणी में आएंगे या नहीं? इन सभी बच्चों को मदद की जरूरत है.