19 जुलाई के दिन मुंबई छत्रपति शिवाजी टर्मिनल और बाइकुला के बीच छह घंटों के लिए रुक गई थी। 25 जून को दादर स्थित अंबेडकर भवन के गिरा दिए जाने के खिलाफ दलित समाज के लोगों का जो हुजूम उमड़ा, उसकी व्याख्या अभी तक हो रही है। स्थानीय मीडिया के कई हिस्सों में इस प्रदर्शन को ट्रैफिक जाम की समस्या के रूप में भी दिखाया और कुछ ने तो नज़रअंदाज़ भी कर दिया।