दुनियाभर के देशों में कोरोनावायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि वह 120 मिलियन रैपिड टेस्ट तैयार करेगा. उसके लिए पैसे लगाएगा ताकि 5 डॉलर से भी कम का एक टेस्ट जो आएगा, उसको वो गरीब देशों में बांट सके. इसके लिए 600 मिलियन डॉलर का इस्तेमाल करना पड़ेगा. फिलहाल इतना पैसा WHO के पास नहीं है लेकिन वह इसके लिए इंतजाम करेगा.