भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन के ट्रायल के लिए बहुत ही कम लोग आगे आए हैं. ऐसे में ट्रायल प्रक्रिया भी प्रभावित होगी. 15 फीसदी लोग वैक्सीन आने के बाद 6 से 12 महीने इंतजार करेंगे. बता दें कि मुंबई के KEM अस्पताल में कोरोना की कोविशील्ड वैक्सीन की क्लिनिकल टेस्टिंग में 101 वॉलंटियर्स में से 6 ने ट्रायल अधूरा छोड़ दिया था. वॉलंटियर्स को ट्रायल को लेकर डर सताने लगा है कि कहीं उन्हें किसी तरह के साइड इफेक्ट न हो जाएं.