यूके में ह्यूमन चैलेंज ट्रायल की जाएगी. यह दुनिया की पहली कोरोना वायरस ह्यूमन चैलेंज स्टडी होगी. इसको एथिक्स कमेटी की मंजूरी मिल गई है. दरअसल, उसके ऊपर तीन अरब रुपयों का खर्च किया जाएगा और कोशिश की जाएगी कि इस पहली स्टडी में करीब 18 से 30 साल की उम्र के 90 वॉलंटियर्स को शामिल किया जाए. उनके शरीर के अंदर थोड़ा सा वायरस डाला जाएगा. यह देखने के लिए कि आखिर किस तरह है हमारा शरीर वायरस को रिएक्ट करता है. साथ ही यह बता चल पाएगा कि क्या हम बेहतर इलाज और बेहतर वैक्सीन बना सकते हैं?