कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर में, यानी 60 दिन में रेलवे के 2300 से ज्यादा कर्मचारियों की मौत हो चुकी है. मौत का आंकड़ा इसलिए भी बढ़ा है क्योंकि दूसरी लहर में रेलवे की तरफ से ऑक्सीजन ट्रेन समेत तमाम सवारी ट्रेनें चलती रही. अब एआईआरएफ ने भारत सरकार से रेलवे कर्मचारियों को फ्रंट लाइन वर्कर का दर्जा देने की मांग की है. कोरोना की दूसरी लहर में दिल्ली रेल मंडल के कर्मचारी ताराचंद, सी राना, अजय मलिक, बालकृष्ण, दानवीर सिंह, एसके सिंह जैसे देशभर में 2300 से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण से मारे गए, जबकि कोरोना की पहली लहर में महज 400 रेलवे कर्मचारियों की जान गई थी.