केंद्र सरकार के अंतरिम बजट को कांग्रेस ने चुनावी बजट करार दिया है. उसका कहना है कि वित्त मंत्री को लेखानुदान पेश करना था, जबकि उसने पूरा बजट पेश कर संविधान की मर्यादा तोड़ी है. उधर सरकार दावा कर रही है कि इस साल के बजट में देश के सभी वर्गों का खयाल रखा गया है.