राजस्थान में सत्ताधारी कांग्रेस के दो धड़ों के खींचतान के कारण सरकार पर सकंट खड़ा होता नजर आ रहा है. वैसे तो सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच मतभेद चुनाव के बाद से ही नजर आ रहे थे. लेकिन बीते दो दिनों में मतभेद इतने बढ़ गए कि उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट अपने नजदीकी विधायकों के साथ दिल्ली पहुंच गए. आलाकमान का इंतज़ार है कि देखते हैं कि आगे क्या होता है. मुख्यमंत्री के कुर्सी को लेकर सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच मतभेद की बात 2018 के चुनाव के बाद ही सामने आ गई थी. आलाकमान ने मुख्यमंत्री की कुर्सी अशोक गहलोत को दे दी और सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद से ही संतोष करना पड़ा.