अर्थशास्त्री संतोष मेहरोत्रा का मानना है कि जिस तरह से श्रीलंका में हालात बने कि वहां जनता ने सत्ता में बैठे नेताओं से गद्दी छीन ली.. उसका असल कारण कई सालों के लगातार नीतिगत विफलताओं के चलते बने हालात हैं. वो कहते हैं कि जिस तरह से भारत में बेरोज़गारी बढ़ी है और देश का विकास दर लगातार घट रहा है और निर्यात में कमी आ रही है उसमें सरकार को अपनी औपनिवेशिक नीति को बदलना होगा और ठोस नीतियों के बूते देश के आर्थिक और सामाजिक हालात संभालने होंगे. हालांकि संतोष मेहरोत्रा मानते हैं कि भारत की हालत फ़िलहाल बहुत बेहतर और मज़बूत है.