बजरंग पूनिया ने 'पद्मश्री' पुरस्कार लौटाने का ऐलान किया और इसके ठीक बाद वह पीएम मोदी को यह अवॉर्ड लौटाने के लिए उनके आवास पर पहुंच गए. जब पीएम मोदी से मुलाकात नहीं हुई तो अवॉर्ड को फुटपाथ पर रख दिया है.