संयुक्त राष्ट्र में ग्रैता तुनबैर के भाषण की खूब चर्चा हो रही है. न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र का जलवायु सम्मेलन चल रहा है. जर्मनी के वाइस चांसलर ने ग्रैता के साथ अपनी तस्वीर ट्वीट की है. इस ट्वीट के बाद उनकी आलोचना बढ़ गई कि कोयले के इस्तेमाल को खत्म करने के लिए जर्मनी पर्याप्त कदम नहीं उठा रहा है. फ्रांस के राष्ट्रपति ने ग्रैता के विचारों को रैडिकल बताया है और कहा है कि सरकारों को लेकर उसका गुस्सा सही नहीं है. अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने ग्रैता के भाषण का एक हिस्सा ट्वीट किया और उसकी सारी कोशिशों को हल्के में लिया है. कहा है कि वह एक खुशहाल लड़की लगती है जिसका भविष्य उज्ज्वल है. कहा जा रहा है कि ट्रंप ने ग्रैता की सारी कोशिशों को मात्र यहीं तक समेट दिया है. जर्मनी, फ्रांस, अर्जेंटीना, ब्राज़ील और तुर्की. ग्रैता सहित 15 बच्चों ने संयुक्त राष्ट्र में पांच देशों के खिलाफ शिकायत भी की है कि ये पांच देश उन बच्चों के मानवाधिकार का उल्लंघन कर रहे हैं. ग्रैता के भाषण को दिलचस्पी के साथ सुना जा रहा है. आप सभी ने अपनी खोखली बातों से मेरे बचपने के सपने छीन लिए हैं. आपकी हिम्मत कैसे हुई.