दिल्ली में जो पिछले साल हिंसा हुई थी, उस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने ‘पिंजड़ा तोड़’ के सदस्य नताशा नरवाल, देवांगना कलिता और जामिया के छात्र आसिफ इकबाल को जमानत दे दी है. इसी के साथ कोर्ट ने ये कहा है कि आतंकवादी गतिविधि और विरोध करने के संवैधानिक हक में काफी अंतर होता है, और इस रेखा की अगर बात करें तो राज्य के दिमाग से ये मिटती हुई नजर आ रही है.