बनेगा स्वस्थ इंडिया कार्यक्रम के दौरान बच्चों में बढ़ रहीं वायु प्रदूषण की समस्याओं को लेकर डॉ. प्रमोद जोग ने कहा कि बच्चों को वायु प्रदूषण मां के गर्भ में रहते हुए ही प्रभावित करने लग जाता है. उन्होंने कहा कि बच्चों को वायु प्रदूषण से होने वाली बीमारियां इसलिए ज्यादा प्रभावित करती हैं क्योंकि उनके फेफड़े विकास के चरण में होते हैं. ऐसे में बच्चों के सांस लेने की दर किसी किशोर की अपेक्षा ज्यादा होती है. इसलिए ये उन्हें ज्यादा प्रभावित करता है. डॉ. जोग ने कहा कि उम्र के साथ बच्चों में दिल और फेफड़ों की समस्याएं होने लगती हैं.