17 साल की लड़की अहाना भरत राम से मिलें, जो श्री राम स्कूल की छात्रा और प्रोजेक्ट गरिमा की संस्थापक है, जो एक अभियान है जो अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के संयुक्त राष्ट्र के सतत लक्ष्य 3 और 4 का समर्थन करता है. भारत में सैनिटरी पैड की कमी के कारण लाखों लड़कियां स्कूल छोड़ देती हैं और खराब मेंस्ट्रअल हाइजीन के परिणामस्वरूप कई अपनी जान गंवा देती हैं. युवा लड़कियों को अच्छी स्वच्छता के महत्व के बारे में शिक्षित करके, प्रोजेक्ट गरिमा उस क्षेत्र में योगदान दे रही है जहां इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है.