दुनिया में रोजाना करीब 650 बच्चे टीवी से मरते है। इनमें से अस्सी फीसदी अपना पांचवां जन्मदिन भी नहीं मना पाते. ये किसी महामारी से कम नहीं.दुनिया की दस टीबी और चाइल्ड एजेंसियों ने दुनियाभर के नेताओं का ध्यान बच्चों और किशोरों में टीबी मिटाने पर खीचा है.देखिए, एक रिपोर्ट.