छत्तीगढ़ के कोरबा की एक मासूम बच्ची की सांसे धीरे-धीरे थम रही है. पिछले 48 दिनों से वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत से लड़ रही है. 14 महीने की सृष्टि को 22 करोड़ के इंजेक्शन की जरूरत है, जो सात समंदर पार से आना है. लेकिन परिवार के सामने अपनी बच्ची के लिए इतनी बड़ी रकम जमा कर पाना बहुत बड़ी चुनौती है. बच्ची बिलासपुर अस्पताल के वेंटिलेटर पर है. वहीं, अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि ये बीमारी ऐसी है कि दिन बढ़ने के साथ-साथ बीमारी भी बढ़ती रहती है. इस बीमारी में नसें भी कमजोर होती जाती है. उसकी वजह से मांसपेशियां भी कमजोर होने लगती है. उन्होंने कहा कि इस बीमारी से बचाने के लिए इंजेक्शन ही मात्र उपाय है जो नसों में पहुंचाई जाती है.