वीर शिवाजी ने जिस बाघ नख से बीजापुर के अफजल खान को मारा था, वो बाघ नख लंदन से हिंदुस्तान लाया गया है। जिस सतारा के महल में शिवाजी ने 10 नवंबर 1659 को अफजल खान को उसके धोखे की सजा दी थी, उसी सतारा में उनका बाघ नख रखा गया। लेकिन इंग्लैंड से ये बाघनख सिर्फ तीन साल के लिए मिला है। सवाल है कि हमेशा के लिए क्यों नहीं।